Bollywood movie Ujda chaman review



अभी कुछ दिनों पहले की ही बात है, Lockdown के चलते मैं घर पर ही था।  सुबह के 9 बजने वाले थे और रामानंद सागर जी की रामायण का प्रसारण बस शुरू ही होने वाला था। घर में चारो तरफ अगरबत्ती की खुशबू फैली हुई थी जिस से सुबह और ज्यादा खुशमिजाज़ सी हो गयी थी। वैसे मेरा प्लान था की जल्दी से नहा कर Bollywood movie ujda chaman देखूंगा लेकिन फिर मैंने सोचा की चलो आज रामायण  देख कर आराम से नहाऊंगा, मुझे लगा जब लेट ही नहाना है तो क्यों न आज सिर पर तेल की मालिश ही कर ली जाए।

खैर, रामायण का वह एपिसोड पूरा हो चूका था, और सिर पर तेल भी अच्छी तरह से रगड़ा जा चुका था। अब टाइम था बालों को शैम्पू करने का।  बालो को शैम्पू से घिस कर जब मैं नहा कर बाहर निकला तो मेरे रेशमी बालों में हाथ फेर कर मैं  इतरा रहा था। जैसे ही अपने बालों को कंघी कर के मेरा ध्यान कंघे की तरफ गया तो मैं क्या देखता हूँ की उसमे मेरे 8-10 बाल फँसे हुए थे। अपने बालों को इस तरह शहीद हुआ देख  मुझे थोड़ा बुरा ज़रूर लगा लेकिन अब किया भी क्या जा सकता था।

आप जैसे और मेरे जैसे न जाने कितने ही लोग इस common सी दिखने वाली प्रॉब्लम को यूँ  ही ignore कर देते हैं  जैसे की कुछ हुआ ही न हो पर यकीन मानिये कईं लोग जो इस परेशानी को face करतें हैं उनका दर्द वही जानते हैं।

Bollywood movie Ujda chaman review
बाएँ से दाएँ : गृशा कपूर, मानवी गागरू, सन्नी सिंह, अतुल कुमार, गगन अरोड़ा 
ज़रा सोचिये, क्या हो अगर आप एक सुबह सो कर उठे और अपने सिर पर हाथ फेरने पर आपको पता चले की आप के सिर पर से आपके सिर का ताज यानी आपके प्यारे बाल हमेशा के लिए ही गायब हो गए हैं।  तब आप क्या करेंगे ?? भई आपका तो पता नहीं लेकिन मुझे तो ऐसा सोच कर भी डर लगता है. क्या हो अगर कोई आपको आपकी पीठ पीछे "ऐ गंजे" या "ऐ टकले" ऐसे ही किसी नाम से चिढ़ाए। वो परेशानी, वो घुटन, सोसाइटी का वो दोगुला Behaviour आपके अंदर के एक अच्छे इंसान को उसी की नज़रो से गिराने के लिए काफी है।

पिछले
कुछ समय में इस विषय पर कईं फिल्में बनी हैं।  कुछ चली तो कुछ नहीं, लेकिन सभी फिल्मो में इस परेशानी को बखूबी तरीके से दिखाया गया है जो की निसंदेह ही एक प्रशंसनीय कार्य है।  ऐसी ही कुछ फिल्मों में से एक फिल्म है 2017 में आयी एक कन्नड़ फिल्म की रीमेक Ujda chaman जिसका निर्देशन किया है अभिषेक पाठक ने।

Ujda chaman movie plot


फिल्म की कहानी दिल्ली के राजोरी गार्डन में रहने वाले 30 साल के एक ऐसे नौजवान व्यक्ति चमन कोहली (Sunny singh) के इर्द गिर्द घूमती है जो वैसे तो चमन  अपनी ज़िन्दगी में एक सक्सेस्फुल इंसान है...जैसे की उसके पास एक सरकारी नौकरी है, वह Delhi University में एक लेक्चरर की जॉब करता है और अच्छी खासी Salary उठाता है लेकिन वह अपने सिर के झड़े हुए बालों की वजह से अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में काफी परेशानियाँ झेल रहा है। उसका एक छोटा सा लेकिन बहुत केयरिंग परिवार है जिसमे उसके माँ-बाप और एक छोटा भाई हैं। चमन की शादी में होती देरी की वजह से सब बहुत परेशान हैं।

फिल्म की शुरुआत ऐसे ही एक SCENE के साथ होती है जिसमे चमन और उसकी Family रिश्ते के लिए एक लड़की देखने जाते हैं।  फिल्म के उस पहले SCENE से ही आपको फिल्म की कॉमेडी और बेहतरीन एक्टिंग का अंदाज़ा हो जायेगा। लेकिन Kohli परिवार की मुश्किलें तो तब बढ़ जाती हैं जब उनके ज्योतिषी उन्हें बताते हैं की अगर 31 साल का होने से पहले चमन की शादी नहीं हुई तो वह पूरी उम्र कुँवारा ही रहेगा।

ये सब पता लगते ही चमन की खोज पहले से भी तेज़ हो जाती है। फिर तो क्या पार्टी और क्या कॉलेज चमन हर जगह अपनी दुल्हन की खोज में लग जाता है। हमारे चमन की जिन्दगी एक अजीब सी रफ़्तार से आगे बढ़ रही है, जैसे ही उसे लगता है सब ठीक होने वाला है तभी कुछ न कुछ गड़बड़ हो जाती है। फिल्म का फर्स्ट हाफ एक गंजे इंसान की ज़िन्दगी में आने वाली आम परेशानियों के ऊपर ही Focused है।
                                   
फिल्म में ऐसे ही हंसी मज़ाक चलता रहता है और कुछ देर बाद चमन की लाइफ में एंट्री होती है आइना यानि करिश्मा शर्मा की, जब चमन की ज़िन्दगी में सब कुछ बुरा चल रहा होता है उस वक़्त आइना से उसे एक इमोशनल सपोर्ट मिलता है। करिश्मा शर्मा ने भी अपने दिए हुए रोल के साथ Justice किया है लेकिन सच पुछा जाये तो मुझे लगा की उनके किरदार को थोड़ा और अच्छे तरीके से यूज़ करना चाहिए था, जब आप ये Movie देखेंगे तब शायद आप भी यही नोटिस करेंगे। खैर जैसे जैसे स्टोरी आगे बढ़ती है आपको कहीं न कहीं अंदाज़ा होने लगता है की अब आगे क्या होने वाला है।

चमन  की लाइफ उस वक्त एक फनी मोड ले लेती है जब उसकी लाइफ में एंट्री होती है अप्सरा  यानि मानवी की। अप्सरा  एक क्यूट, इंडिपेंडेंट  लेकिन भारी भरकम काया वाली लड़की है जिसका अभी अभी Breakup हुआ है। पहली बार अप्सरा  जब चमन  से मिलती है तो दोनों एक दूसरे के साथ साथ Tinder को भी कोसे बिना नहीं रह पाते।

 इस छोटी सी मीटिंग के बाद जब दोनों मन ही मन ये decide कर लेते हैं की अब वो कभी नहीं मिलेंगे और जब दोनों वापस जाने लगते हैं तो एक छोटा सा एक्सीडेंट जाता है और situations ऐसी बनती चली जाती हैं की चाहते हुए भी आखिरी में बात शादी तक पहुंच जाती है। अप्सरा के आने से चमन की लाइफ मे बहुत कुछ Change होता है। अप्सरा को तो चमन अच्छा लगने लगता है लेकिन चमन अप्सरा को उसके लुक्स की वजह से एक्सेप्ट नहीं कर पाता।

सगाई
वाले दिन चमन अप्सरा को मैसेज करके बताता है की वो दोनों एक दूसरे के लिए सही नहीं हैं और वह उस से शादी नहीं करना चाहता। लेकिन यहाँ भी  पुराना फार्मूला यूज़ किया गया है जहाँ हमारे चमन कोहली को लास्ट में ये समझ ही जाता है की सुंदरता मन से होती लुक्स यानी बाहरी सुंदरता से नहीं।

Ujda chaman movie star cast:

फिल्म में लीड एक्टर्स ने काफी अच्छा काम किया है।  Sunny singh की अगर बात की जाए तो वो स्क्रीन पर अच्छा दिखने के साथ साथ चमन के रोल में एकदम फिट बैठते हैं। इस से पहले सनी Pyaar ka punchnama 2 और Sonu ke Titu ki Sweety जैसी movies में अपनी एक्टिंग स्किल्स का लोहा मनवा चुके हैं।
सच पूछिए, तो मूवी देखने के बाद ऐसा लगता है की शायद ये रोल इनसे अच्छा कोई कर ही नहीं सकता था।

मानवी ने अपने एक्टिंग स्किल्स से ये दिखा दिया है की Awards जीत कर ट्रॉफीज घर ले जाना मात्र ही एक अच्छे कलाकार की पहचान नहीं होती। मूवी में कुछ सीन्स में तो मानवी सनी सिंह को पूरी तरह से पीछे छोड़ देती हैं। ऐश्वर्या सुखीजा और करिश्मा शर्मा ने भी अच्छा काम किया है।

वहीं अगर मैं बात करुँ सपोर्टिंग कास्ट की तो Atul kumar (चमन के पिता), Grusha kapoor (चमन की माँ), Gagan arora (चमन के छोटे भाई) के रोल को बहुत अच्छे से निभाते हुए दिखते हैं। राजेन्द्र चावला (मानवी के पिता) और सुपरणा मारवाह (मानवी की माँ) के रोल  छोटे ही रखें गए हैं।

Gagan arora एक टैलंटेड एक्टर हैं और Future में अगर उन्हें अच्छे रोल्स मिलते हैं तो बेशक Industry में वो अपनी अलग पहचान बना सकते हैं। ऐश्वर्या सुखीजा ने भी अच्छा काम किया है।

सौरभ शुक्ला एक छोटे से रोल में नज़र आये हैं लेकिन अपनी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग से अपने फैंस को गुदगुदा देते हैं।

VERDICT:

Ujda chaman वैसे तो ठीक है लेकिन कई जगह राइटिंग थोड़ी सी ढीली है, फिल्म में एक SCENE दिखाया गया है जहाँ कॉलेज का प्रिंसिपल खुद ही चमन के गंजेपन का मज़ाक उड़ाता दिखाई देता है जो की फनी कम और थोड़ा अजीब ज़्यादा लगता है।

कहीं कहीं आपको ये महसूस ज़रूर होगा की फिल्म की स्टोरी काफी हद्द तक प्रेडिक्टेबल और थोड़ी SLOW है लेकिन ठहरिये, फिल्म का Screenplay और Cinematography कुछ हद्द तक इस कमी को पूरा कर देते हैं। Cinematographer ने दिल्ली और आस पास की लोकेशंस को अच्छे से फिल्माया है। फिल्म देखते वक़्त कई सारे अच्छे moments आते है उन्ही में से एक है फिल्म का क्लाइमेक्स। अगर आप मेरी तरह एक इमोशनल इंसान है तो बेशक आप अपने आँसू रोक नहीं पाएंगे। डायरेक्टर ने सभी characters को काफी अच्छे तरीके से फिल्माया है जिसका सबसे बढ़िया example है चमन की माँ यानी Grusha kapoor। Grusha एक मंझी हुई अदाकारा है और अपने अभिनय से उन्होंने इस रोल में एक अलग ही जान फूँक दी है। मुझे उनका Character बहुत अच्छा लगा। Second हाफ में Ujda chaman Movie एक लव स्टोरी में convert होती हुई महसूस होती है और अपने center आईडिया से हल्की सी भटक जाती है।

मैं आपको भरोसा दिलाता हूँ  की फिल्म देखते वक़्त आपको एक अच्छी फीलिंग आने वाली है, फिल्म का म्यूजिक ठीक ठाक है। पर्सनली  मुझे "ट्विंकल ट्विंकल" song बहुत अच्छा लगा। आपने अगर अभी तक ये मूवी नहीं देखी है तो में मेरी आपको यही सलाह है की आप पहले से ही किसी के कहने पर कोई राय बनाकर ये मूवी ने देखे। मुझे यकीन है की ये मूवी आपको गुदगुदाने में कामयाब ज़रूर होगी। आप इसे अमेज़न प्राइम पर भी देख सकते हैं। Ujda Chaman मूवी देखने के बाद आपको ये मूवी कैसी लगी कमेंट्स सेक्शन में ज़रूर बताइयेगा।

मिलता हूँ आपसे अगले पोस्ट मे। अपना और अपने परिवार का ध्यान रखियेगा, तब तक के लिए नमस्कार।

Directed by :- Abhishek pathak
Produced by:- Kumar mangat pathak, Abhishek pathak



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